A REVIEW OF QUOTESORSHAYARI

A Review Of quotesorshayari

A Review Of quotesorshayari

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हवा के झोंके ने फिर से पन्नों को सहलाया,

एक तो हुस्न कयामत उसपे होठों का लाल होना।

काश कि उनकी नजरों से ऐसी कोई सिफारिश हो जाए।

मैंने कहा, नहीं दिल में एक बेवफा की तस्वीर बसी है,

कहानियों का सिलसिला बस यूं ही चलता रहा,

न जाने उससे मिलने का इरादा कैसा लगता है,

कौन फिरता है ज़मीं पे चाँद सा चेहरा लिए।

खुदा माना, आप न माने, वो लम्हे गए यूँ ठहर से,

तुमको याद रखने में मैं क्या-क्या भूल जाता quotesorshayari हूँ,

मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,

मुझे छोड़ने का फैसला तो वो हर रोज करता है,

रास्ते पर तो खड़ा हूँ पर चलना भूल गया हूँ।

कि पता पूछ रहा हूँ मेरे सपने कहाँ मिलेंगे?

तेरी चिट्ठी जो किताबों में छुपा रखी है।

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